शरीर पर छिपकली गिरने के विषय में विभिन्न मान्यताएं और धारणाएं हैं, जो विशेष रूप से भारतीय संस्कृति में देखी जाती हैं। यह विश्वास है कि छिपकली के शरीर के किस हिस्से पर गिरने से भविष्य में क्या होने वाला है, किस हिस्से पर छिपकली का गिरना शुभ होता है और किस हिस्से पर गिरना अशुभ होता है। आइए शरीर के कुछ अंगों पर छिपकली के गिरने का अर्थ जानते हैं…
शरीर के विभिन्न अंगों (भाग) पर छिपकली के गिरने का शुभ-अशुभ फल
- सिर पर छिपकली गिरने से राज्य लाभ
- ललाट पर बन्धु दर्शन
- दोनों भौहों पर बड़े लोगों से मित्रता
- ऊपर के होंट पर गिरे तो धनहानि
- नीचे के ओठ पर ऐश्वर्य प्राप्ति,
- नाक पर रोग
- दाहिने कान पर आयु-वृद्धि
- बाएं कान पर धन प्राप्ति
- दोनों आँख पर धन लाभ
- दाहिनी भुजा पर नृपतुल्यता
- बाईं भुजा पर राज्यभय
- कण्ठ पर शत्रुनाश
- दोनों स्तनों पर दुर्भाग्य
- पेट पर भूषण-लाभ
- पीठ पर बुद्धिनाश
- घुटने पर शुभ-आगमन
- जंघा पर शुभ
- दोनों हाथों पर वस्त्रलाभ
- कन्धों पर विजय
- नासिका (नाक) छिद्रों पर धनप्राप्ति
- कमर पर हाथी-घोड़ा आदि की सवारी का लाभ
- दाएं मणिबन्ध (कलाई) पर कीर्ति-विनाश
- हृदय पर धनलाभ
- मुख पर मिष्ठान्न-भोजन
- गुल्फ (टखना) पर बन्धन प्राप्ति
- दाढ़ी पर मृत्यु
- दाहिने पैर पर गमन
- बाएं पैर पर नाश
- पैर के तलवे पर मृत्यु तुल्य कष्ट