Shree Shiv Shankratshtkam: श्री शिवशंकराष्टकम्

श्री शिवशंकराष्टकम्

रुद्राय लोकसुखदाय जटाधिपाय भाले त्रिपुण्ड्रलसिताय महेश्वराय।
गङ्गाधराय गिरिशाय दिगम्बराय तस्मै नमो भगवते शिवशंकराय ।।

भूतेश्वराय गिरिजापतये हराय श्रीशम्भवे बलवते महते मृडाय ।
लङ्केशरावणनिशाचरवन्दिताय तस्मै नमो भगवते शिवशंकराय ।।

तुङ्गेश्वराय गिरिभूजनपूजिताय कल्पेश्वराय हिमनिर्झरिणीधराय ।
पञ्चप्रयागपतये च सतीश्वराय तस्मै नमो भगवते शिवशंकराय ।।

ईशाय पर्वतधवाय गणेश्वराय शर्वाय मन्मथहराय वृषध्वजाय।
मृत्युंजयाय जगतीपरिपालकाय तस्मै नमो भगवते शिवशंकराय ॥

गुप्तेश्वराय मृगचर्मविभूषिताय रूपेश्वराय वसुमूर्तिसमाहिताय ।
योगेश्वराय विधुभूषितमस्तकाय तस्मै नमो भगवते शिवशंकराय ॥

विद्वत्समाजमुखवर्णितवैभवाय गङ्गापवित्रसलिले कृतमज्जनाय ।
सिद्धिप्रदाय भजतां समशर्मदाय तस्मै नमो भगवते शिवशंकराय ॥

पुण्यात्मकाय निधिदाय वरप्रदाय भक्तप्रभाबलधनादिविवर्धकाय ।
ऐश्वर्यभोगरहिताय महासुराय तस्मै नमो भगवते शिवशंकराय ॥

हे भूतनाथ नगनाथ भुजङ्गनाथ कैलासनाथ शिव पाहि हिमालयेश।
भक्तोऽस्ति यस्य कविरामकिशोरमिश्रः तस्मै नमो भगवते शिवशंकराय ॥

(आचार्य श्रीरामकिशोरजी मिश्र)

Related Posts

Makar Sankranti 2025: मकर संक्रांति को खिचड़ी क्यों कहा जाता है? खिलजी और खिचड़ी की क्या है कहानी

मकर संक्रांति हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जिसे देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग नामों और परंपराओं के साथ मनाया जाता है। उत्तर भारत में इसे “खिचड़ी पर्व”और पढ़ें

Read more

Geeta Shloks: गीता के 5 श्लोक जो जीवन बदल सकते हैं, जरूर पढ़ें

भगवद्गीता को हिन्दू धर्म में जीवन का मार्गदर्शन करने वाली सबसे महत्वपूर्ण पुस्तक माना गया है। इसके श्लोक न केवल आध्यात्मिक विकास के लिए हैं, बल्कि दैनिक जीवन के संघर्षोंऔर पढ़ें

Read more

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Jitiya 2024: कब है जितिया का पारण? 100 साल बाद गणेश चतुर्थी पर बन रहा महायोग, ये राशियां होंगी मालामाल सोमवती अमावस्या की रात जरूर करें ये एक काम सपने में देखी गई इन कुछ खास चीजों का मतलब घर में है तुलसी का पौधा तो भूलकर भी ना करें ये दो काम