
Hanuman Jayanti: इस वर्ष हनुमान जयंती का पावन पर्व शनिवार, 12 अप्रैल को श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। वैदिक कालगणना के अनुसार यह महाउत्सव चैत्र पूर्णिमा के दिव्य दिन आता है और इसे महाबली हनुमान के जन्मदिवस के रूप में सम्पूर्ण भारतवर्ष में धूमधाम से मनाया जाता है।
Hanuman Jayanti: सदैव संकटों का शमन करने के कारण हनुमान जी को संकटमोचन कहा जाता है। हनुमान जयंती के इस खास अवसर पर हम आपको भारत के कुछ प्रसिद्ध और पौराणिक हनुमान मंदिर के बारे में बताएंगे। हम आपको भारत के 10 ऐसे पौराणिक और प्रसिद्ध हनुमान मंदिरों के बारे में बताएंगे जो धार्मिक आस्था और ऐतिहासिक महत्व दोनों में अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं…
Hanuman Jayanti: भारत के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर
1. संकटमोचन हनुमान मंदिर- वाराणसी, उत्तर प्रदेश

यह मंदिर गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा 16वीं शताब्दी में स्थापित किया गया था। मान्यता है कि तुलसीदास जी को स्वयं हनुमान जी ने दर्शन दिए थे और उसी स्थान पर यह मंदिर बनाया गया। यहाँ हनुमान जी की मूर्ति शांत और सौम्य स्वरूप में है। हर मंगलवार और शनिवार को हजारों भक्त यहाँ दर्शन के लिए आते हैं। यह मंदिर गंगा नदी के निकट स्थित है।
2. सालासर बालाजी- चुरू, राजस्थान

यह मंदिर सालासर गाँव में स्थित है और यहाँ हनुमान जी की मूर्ति एक विशेष रूप में है — जिसमें दाढ़ी और मूंछ हैं, जो अन्य हनुमान मूर्तियों से भिन्न है। मंदिर का निर्माण 1754 में हुआ था। यहाँ आने वाले भक्त मानते हैं कि बालाजी उनकी मनोकामनाएँ शीघ्र ही पूरी करते हैं। सालासर बालाजी धाम में सालाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुँचते हैं।
3. मेहंदीपुर बालाजी- दौसा, राजस्थान

यह मंदिर भूत-प्रेत बाधाओं से मुक्ति दिलाने के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। यहाँ हनुमान जी को “बालाजी” नाम से जाना जाता है। मंदिर के भीतर तीन मुख्य देवताओं की मूर्तियाँ हैं — बालाजी (हनुमान), प्रेतराज सरकार, और भैरव बाबा। श्रद्धालु यहाँ विशेष पूजा, आरती और अनुष्ठानों के माध्यम से मानसिक और आध्यात्मिक शांति प्राप्त करते हैं।
4. झूलेलाल हनुमान मंदिर- लखनऊ, उत्तर प्रदेश
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लखनऊ के पुराने इलाके अमीनाबाद में स्थित यह मंदिर स्थानीय लोगों में बहुत प्रसिद्ध है। यहाँ हनुमान जी की मूर्ति झूलते हुए मुद्रा में है, इसलिए इसे झूलेलाल मंदिर कहा जाता है। यहाँ मंगलवार और शनिवार को विशेष भीड़ रहती है और भजन-कीर्तन का आयोजन होता है।
5. जाखू हनुमान मंदिर-शिमला, हिमाचल प्रदेश

यह मंदिर शिमला की सबसे ऊँची पहाड़ी “जाखू हिल” पर स्थित है, जो समुद्र तल से लगभग 8,500 फीट की ऊँचाई पर है। मान्यता है कि संजीवनी बूटी खोजते समय हनुमान जी इस स्थान पर कुछ देर रुके थे। यहाँ हनुमान जी की 108 फीट ऊँची मूर्ति स्थापित है, जो दूर से ही दिखाई देती है। पर्यटकों और श्रद्धालुओं दोनों के लिए यह प्रमुख आकर्षण है।
6. महावीर मंदिर-पटना, बिहार

पटना जंक्शन के समीप स्थित यह मंदिर बिहार का सबसे प्रमुख हनुमान मंदिर है। यहाँ हनुमान जी की दो मूर्तियाँ हैं — एक खड़ी मुद्रा में और दूसरी बैठी हुई मुद्रा में। यहाँ हर मंगलवार को विशेष भीड़ होती है और यहाँ का ‘नैवेद्यम’ (लड्डू प्रसाद) अत्यंत प्रसिद्ध है। मंदिर का संचालन महावीर मंदिर न्यास द्वारा किया जाता है, जो सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय है।
7. श्री कस्तभंजना हनुमान मंदिर – सारंगपुर, गुजरात

यह मंदिर स्वामिनारायण संप्रदाय द्वारा संचालित है और विशेष रूप से उन लोगों के लिए प्रसिद्ध है जो तांत्रिक दोष, भूत-प्रेत बाधा, और मानसिक समस्याओं से पीड़ित होते हैं। यहाँ हनुमान जी को “कष्टों का भंजन” माना जाता है। हर शनिवार को यहाँ विशेष पूजा होती है।
8. हनुमान गढ़ी- अयोध्या (उत्तर प्रदेश)

यह मंदिर भगवान राम की नगरी अयोध्या में स्थित है और माना जाता है कि हनुमान जी यहाँ पहरेदार के रूप में विराजमान हैं। मंदिर तक पहुँचने के लिए 76 सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं।
9. यज्ञेश्वर हनुमान मंदिर- प्रयागराज, उत्तर प्रदेश

यह मंदिर संगम क्षेत्र के पास स्थित है और यह स्थान आध्यात्मिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। कुंभ और माघ मेले के समय यहाँ लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। यहाँ हनुमान जी की लेटी हुई मूर्ति है, जो बहुत ही दुर्लभ और पौराणिक मानी जाती है।
10. लेपाक्षी हनुमान मंदिर- आंध्र प्रदेश

यह मंदिर विजयनगर काल की अद्भुत वास्तुकला का नमूना है। आंध्र प्रदेश के लेपाक्षी में स्थित वीरभद्र मंदिर, जिसे लेपाक्षी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, भगवान शिव के रुद्र अवतार वीरभद्र को समर्पित एक प्राचीन हिंदू मंदिर है, जो अपनी अद्भुत वास्तुकला और “हवा में लटकते स्तंभ” के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर परिसर में हनुमान का पदचिह्न होने की मान्यता है।
आपको सपरिवार हनुमान जन्मोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं!