Maa Annapurna Ji Ki Aarti: मां अन्नपूर्णा जी की आरती
माँ अन्नपूर्णा की आरती बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम जो नहीं ध्यावे तुम्हें अम्बिके, कहां उसे विश्राम । अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारो, लेत होत सब काम ॥ बारम्बार प्रणाम, मैयाऔर पढ़ें
Read moreArti Maa Saraswati Ji : माँ सरस्वती जी की आरती
माँ सरस्वती जी की आरती जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता । सदगुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता ॥ जय जय सरस्वती माता…॥ चन्द्रवदनि पद्मासिनि, द्युति मंगलकारी । सोहे शुभऔर पढ़ें
Read moreShri Ram Janki: श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
ना चलाओ बाण, व्यंग के ऐ विभिषण, ताना ना सह पाऊं, क्यूँ तोड़ी है ये माला, तुझे ए लंकापति बतलाऊं, मुझमें भी है तुझमें भी है, सब में है समझाऊँ,और पढ़ें
Read moreShri Ramayan Ji Ki Aarti: श्री रामायणजी की आरती
श्री रामायणजी की आरती आरती श्री रामायण जी की । कीरति कलित ललित सिय पी की !! गावत ब्रहमादिक मुनि नारद । बाल्मीकि बिग्यान बिसारद !! शुक सनकादिक शेष अरुऔर पढ़ें
Read moreSatyanarayan Ji Ki Aarti: श्री सत्यनारायण जी की आरती
जय लक्ष्मी रमणा श्री जय लक्ष्मी रमणा। सत्यनारायण स्वामी जनपातक हरणा॥ जय लक्ष्मी रमणा। रत्नजड़ित सिंहासन अद्भुत छवि राजे। नारद करत निराजन घंटा ध्वनि बाजे॥ जय लक्ष्मी रमणा। प्रगट भयेऔर पढ़ें
Read moreBrihaspativar Vrat Aarti in Hindi: बृहस्पतिवार की आरती
ओम जय बृहस्पति देवा, जय जय बृहस्पति देवा। छिन-छिन भोग लगाऊं, कदली फल मेवा।। ओम जय बृहस्पति देवा।। प्रभु जय बृहस्पति देवा। तुम पूर्ण परमात्मा, तुम अंतर्यामी। जगतपिता जगदीश्वर, तुमऔर पढ़ें
Read moreAarti Kunj Bihari Ki: आरती कुंज बिहारी की
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥ आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥ गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला। श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद केऔर पढ़ें
Read moreMaa Kali Chalisa: मां काली चालीसा
॥दोहा॥ जयकाली कलिमलहरण, महिमा अगम अपार। महिष मर्दिनी कालिका, देहु अभय अपार॥ ॥ चौपाई ॥ अरि मद मान मिटावन हारी। मुण्डमाल गल सोहत प्यारी॥ अष्टभुजी सुखदायक माता। दुष्टदलन जग मेंऔर पढ़ें
Read moreShiva Chalisa: शिव चालीसा
॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन,मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम,देहु अभय वरदान॥ ॥ चौपाई ॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके।और पढ़ें
Read moreBhairava Ji Ki Aarti: भैरव जी की आरती
श्री भैरव आरती जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा जय काली और गौर देवी कृत सेवा || जय भैरव || तुम्ही पाप उद्धारक दुःख सिन्धु तारक भक्तो के सुखऔर पढ़ें
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