आज यानी 26 सितंबर 2024 को गुरु पुष्य योग का महासंयोग बन रहा है। भारतीय ज्योतिष शास्त्र में गुरु पुष्य योग को बेहद ही शुभ योग की श्रेणी में रखा गया है। गुरु पुष्य का निर्माण तब होता है जब पुष्य नक्षत्र गुरुवार के दिन निर्मित होता है। गुरु पुष्य योग में किए गए कार्य अक्सर सफल होते हैं। आज गुरु पुष्य योग के साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग भी बन रहा है। आइए जानते हैं कि भाग्योदय के लिए गुरु पुष्य योग में कौन-कौन सा कार्य करना चाहिए।
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Guru Pushya Yoga 2024: कब से कब तक है गुरु पुष्य योग?
पुष्य नक्षत्र का प्रारंभ का 26 सितंबर 2024 की रात्रि 11: 34 मिनट से होगा और यह 27 सितंबर की देर रात्रि 25 : 20 मिनट तक रहेगा। अतः गुरु पुष्य योग 26 सितंबर की रात 11:34 बजे से लेकर 27 सितंबर की सुबह 06:12 बजे तक ही मान्य होगा। इसके अलावा 26 सितंबर के दिन अमृत सिद्धि योग और पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बने रहेंगे।
Guru Pushya Yoga 2024: भाग्योदय के लिए गुरु पुष्य योग में करें ये उपाय
- नई शुरुआत: गुरु पुष्य योग में नई शुरुआत सफलता की नींव रखती है। यदि आप कोई नया काम शुरू करते हैं तो आपके सफल होने की संभावना प्रबल हो जाती है।
- निवेश करना: गुरु पुष्य योग में सोना, आभूषण, घर, जमीन खरीदना या कहीं निवेश करना बेहद ही शुभ माना जाता है।
- कनकधारा स्तोत्र का पाठ: इस योग में मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है। आज के दिन खीर और दूध से बनी मिठाई का भोग लगाया जाता है और भगवान विष्णु को तुलसी के पत्ते, पंचामृत, गुड़ आदि अर्पित किया जाता है। इसके अलावा कनकधारा स्तोत्र का पाठ करने का भी विधान है।
- हल्दी खरीदना: वैसे तो प्रत्येक गुरुवार को पीले वस्त्रों, पीली चीजों और हल्दी के इस्तेमाल का प्रावधान है लेकिन गुरु पुष्य योग में हल्दी खरीदना बेहद शुभ माना गया है। कहते हैं कि इससे भाग्योदय होता है।
- आर्थिक तंगी होगी दूर: गुरु पुष्य योग में आपको चांदी का लक्ष्मी यंत्र या चांदी की कोई चौकोर वस्तु खरीदने और उसकी पूजा करने से आर्थिक तंगी दूर होती है।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): ये लेख लोक मान्यताओं पर आधारित है। इस लेख में शामिल सूचना और तथ्यो की सटीकता, संपूर्णता के लिए ज्योतिष सागर उत्तरदायी नहीं है।