मेष – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ
वर्षारम्भ के बाद 1 मई से बृहस्पति राशि परिवर्तित कर द्वितीय भाव का हो जाएगा। अतः इन राशि वालों के लिए अत्यन्त शुभफल प्रदान करने लगेगा। बहुप्रतीक्षित कार्य में सफलता मिलने की पूर्ण संभावना है अतः अपनी योजनाओं एवं महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति करने के लिये पूरे मनोयोग से एकाग्रचित होकर लग जाना चाहिए। नौकरी में सफलता मिलेगी तथा विवाह, पुत्र जन्मादिक मंगल कार्य सम्पन्न होने के लिए यह समय बहुत ही अनुकूल है।
धन प्राप्ति के रास्ते बनेंगे। पारिवारिक सुख एवं सौहार्द्र में वृद्धि होगी। शत्रु एवं विरोधी स्वयमेव शान्त होकर आपसे समझौता कर लेंगे। मान-सम्मान में वृद्धि होगी तथा आपके द्वारा प्रशंसनीय एवं उल्लेखनीय कार्य किए जाएंगे। दान-धर्म परोपकार का कार्य आप द्वारा किया जाएगा। चल सम्पत्ति में लाभ होगा। शनि भी गोचर से बहुत ही अनुकूल है तथा तृतीय भाव में है अतः आपके साहस पराक्रम में वृद्धि होगी। प्रायः प्रत्येक कार्यों में सफलता का मार्ग प्रशस्त होगा।
नौकरी-व्यवसाय में उन्नति होगी। भौतिक सुख सुविधाओं में वृद्धि होगी। स्मरण रखना चाहिए कि अच्छे समय का लाभ तभी प्राप्त होता है जब आपका प्रयास एवं परिश्रम भी उसी अनुसार होता है अतः अच्छे समय का सदुपयोग करें। राहु व्यय भाव में है अतः अनावश्यक पैसा खर्च करने से बचें। केतु कभी-कभी नेत्र विकार दे सकता है। कुल मिलाकर यह वर्ष मेष राशि वालों के लिए उत्तम है।