भारतीय संस्कृति में शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित है, जो धन, समृद्धि और ऐश्वर्य की देवी मानी जाती हैं। यह दिन आध्यात्मिकता और भक्ति के माध्यम से मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए विशेष महत्व रखता है। ऐसा माना जाता है कि यदि शुक्रवार को सही तरीके से पूजा-अर्चना की जाए और कुछ खास बातों का ध्यान रखा जाए, तो मां लक्ष्मी की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति आती है।
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शुक्रवार को क्या करना होता है शुभ?
- सुबह स्नान और सफाई: शुक्रवार की सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और घर की सफाई करें। साफ-सफाई को मां लक्ष्मी के आगमन के लिए शुभ माना जाता है।
- श्रीसूक्त का पाठ: मां लक्ष्मी की आराधना में श्रीसूक्त का पाठ करना अत्यंत लाभकारी होता है। यह पाठ घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है।
- सफेद वस्त्र धारण करें: शुक्रवार को सफेद वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। यह मां लक्ष्मी को आकर्षित करने का प्रतीक है।
- खीर का भोग: मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं। यह उनकी प्रिय मिठाई मानी जाती है।
- दान-पुण्य करें: जरूरतमंदों को दान देने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। विशेष रूप से सफेद चीजें जैसे चावल, दूध या कपड़े दान करें।
- दीपक जलाएं: शाम को घर के मुख्य द्वार पर घी का दीपक जलाएं। इससे घर में धन और समृद्धि का वास होता है।
शुक्रवार को क्या नहीं करना चाहिए?
- क्रोध और वाद-विवाद से बचें: इस दिन क्रोध करने और झगड़ा करने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, जो मां लक्ष्मी को अप्रिय हो सकती है।
- घर में गंदगी न रखें: मां लक्ष्मी स्वच्छता पसंद करती हैं। घर में गंदगी रखने से उनकी कृपा नहीं मिलती।
- नकारात्मक बातें न करें: शुक्रवार को नकारात्मक सोच और अशुभ शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- तामसिक भोजन से बचें: इस दिन मांसाहार और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। यह आध्यात्मिक ऊर्जा को कमजोर करता है।
- गरीबों का अपमान न करें: किसी जरूरतमंद का अपमान करने से मां लक्ष्मी अप्रसन्न हो जाती हैं।