शरीर पर तिल के निशान को ज्योतिष और सामुद्रिक शास्त्र में महत्वपूर्ण माना जाता है। यह माना जाता है कि तिल का स्थान और आकार व्यक्ति के जीवन पर प्रभाव डाल सकता है। शरीर पर तिल के निशान को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं। आज हम आपको शरीर के अलग-अलग अंगों पर तिल के निशान का अर्थ और मतलब बताएंगे। साथ ही जानेंगे कि शरीर के कौन-से अंग का तिल शुभ और कौन-सा अशुभ होता है।
शरीर के अलग-अलग अंगों पर तिल का अर्थ
- माथे पर तिल: यह मान्यता है कि माथे पर तिल वाले व्यक्ति बुद्धिमान और बलवान होते हैं।
- भौंहों के बीच में तिल: ऐसे व्यक्ति को भाग्यशाली और सुखी माना जाता है। ऐसा शख्स बहुत ज्यादा यात्राएं करता है।
- नाक पर तिल: यह तिल साहसी और ऊर्जावान व्यक्तियों का संकेत हो सकता है।
- गालों पर तिल: यदि बाएं गाल पर तिल है तो वह आदमी काफी खर्चिला होता है। यदि दाहिने गाल पर तिल हो तो व्यक्ति धनवान होता है।
- कान पर तिल: जिन जातकों के कान पर तिल होता है उनकी उम्र बहुत लंबी होती है।
- गर्दन पर तिल: यदि किसी की गर्दन पर तिल है तो यह इस बात का संकेत है कि वह शख्स अपनी जिंदगी में बहुत आराम करेगा। उसको सारी चीजें बिना मेहनत ही मिल जाएंगी।
- ठुड्डी पर तिल- ऐसे लोगों का स्त्रियों से प्रेम नहीं होता है। यदि होता भी है तो वह लंबे समय के लिए नहीं रहता।
- होंठ पर तिल- ऐसे लोग वासना में डूबे रहते हैं। ऐसे लोग बड़े ही कामुक होते हैं।