श्रावण का पवित्र माह चल रहा है। वर्ष 2024 का सावन कई मायनों में खास है। इस साल सावन की शुरुआत सोमवार से हुई है जो कि एक दुर्लभ संयोग है। 72 साल पहले इसी तरह का संयोग बना था जब सावन माह की शुरुआत सोमवार से हुई थी।
Sawan 2024 Sanyog: सावन का पहला सोमवार आज, 72 साल बाद बन रहा यह दुर्लभ संयोग
सावन 2024 स्पेशल सीरीज में आज हम आपको सावन में शिव आराधना के द्वादश यानी 12 ऐसे लाभ बताएंगे जिन्हें बहुत ही कम लोग जानते हैं और बहुत ही कम ग्रंथों में इसकी जानकारी दी गई है।
शिव आराधना के द्वादश अभूतपूर्व लाभ
- शिव साधना यानि आराधना करने से मनुष्य को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में विजय प्राप्ति होती है, एवं हर स्थान पर सफलता मिलती है।
- भगवान शिव के ध्यान में व्यक्ति रोग मुक्त होता है क्योंकि वे वैद्यनाथ है।
- भगवान शिव शक्तिपुंज हैं, दिव्य हैं, अतः उनकी पूजा अर्चना से शरीर में अद्भुत ऊर्जा, बल, साहस की अनुभूति होती है।
- भगवान शिव मृत्युंजयी हैं, अतः इनकी आराधना हमें अकाल मृत्यु के भय से मुक्त करती है।
- शिव गृहस्थ जीवन के आदर्श हैं जो अनासक्त रहते हुए भी पूर्ण गृहस्थ स्वरूप हैं। इनकी आराधना से गृहस्थ जीवन में अनुकूलता प्राप्त होती है और सुखमय गृहस्थ बनता है।
- भगवान शिव कुबेर के अधिपति हैं। अतः लक्ष्मी प्राप्ति हेतु इनकी आराधना का विशेष महत्व है।
- भगवान शिव सौभाग्य दायक हैं। अतः इस शिवरात्रि कुंवारी कन्या द्वारा इनकी आराधना मनोवांछित वर प्राप्ति हेतु की जाती है।
- जो स्त्री संतान सुख, पुत्र सुख की कामना से इनकी पूजा अर्चना करे उसे शिव कृपा से पुत्र प्राप्ति होती है, क्योंकि शिव पुत्र प्रदान करने वाले देवता हैं।
- शिव की भक्ति दुष्टदलन यानि शत्रु नाश के लिए करना भी हितकर है।
- शिव मोक्ष के अधिष्ठाता हैं अर्थात मोक्ष की कामना से भी इनकी भक्ति विख्यात है।
- भगवान शिव इतने भोले हैं कि उनकी आराधना व्यक्ति के भाग्य को पलट दे।
- भगवान शिव सम्पूर्ण स्वरूप हैं, इसलिए इनकी आराधना जीवन पर्यन्त की जाती है और विशेषकर शिवरात्रि पर इनकी आराधना से व्यक्ति अपने इष्ट के दर्शन पाकर धन्य हो जाता है एवं समस्त मनोरथ पूर्ण हो जाते हैं।