आमतौर पर आपने लोगों को मंगलवार और शनिवार के दिन सुंदरकाण्ड का पाठ करते हुए देखा होगा। सुंदरकाण्ड का पाठ करने से कई फायदे मिलते हैं। वैसे सुंदरकांड का पाठ खुद ही करना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो सके तो जो लोग सुंदरकाण्ड का पाठ करते हैं उन्हें सप्ताह में एक बार घर बुलाकर पाठ करवाना चाहिए।
महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण पर आधारित तुलसीकृत महाकाव्य रामचरित मानस का पंचम सोपान है सुंदरकाण्ड। सुंदरकाण्ड में रामदूत, पवनपुत्र हनुमान का यशोगान किया गया है। आइए जानते हैं सुंदरकाण्ड का पाठ करने के चमत्कारिक लाभ।
1. सुंदरकाण्ड का पाठ सभी मनोकामनाओं को पूणर करने वाला माना गया है। किसी भी प्रकार की परेशानी या संकट हो, सुंदरकाण्ड के पाठ से यह संकट तुरंत ही दूर हो जाता है।
2. सुंदरकांड के पाठ से भूत, पिशाच, यमराज, शनि राहु, कंतु, ग्रह-नक्षत्र आदि सभी का भय दूर हो जाता है।
3. हनुमानजी के सुंदरकाण्ड का पाठ सप्ताह में एक बार जरूर करना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र, ज्योतिष के अनुसार भी विषम परिस्थितियों में सुंदरकाण्ड पाठकरने की सलाह दी जाती है।
4. जीवन में किसी प्रकार को समस्या उत्पन्न होती है तो आप संकल्प लेकर लगातार सुंदरकांड का पाठ करें। सुंदरकाण्ड पाठ से एक नहीं, बल्कि अनेक समस्याओं का समाधान तुरंत मिलने लगता है।
5. श्री रामचरित्रमानस को रचने वाले गोस्वामी तुलसीदास के अनुसार हनुमान जी को जल्द प्रसन्न करने के लिए सुंदरकांड का पाठ एक रामबाण उपाय है। सुंदरकाण्ड पाठ करने वालों के जीवन में खुशियों का संसार होता है और आपका जीवन सुखमय होता है। 6. सुंदरकाण्ड पाठ करने वाले व्यक्ति के अंदर सकारात्मक संचार होने लगता है। वह व्यक्ति किसी भी कार्य में अपनी रुचि दिखाता है तो उसमें सकारात्मक परिणाम मिलते हैं।
7. सुंदरकाण्ड का पाठ करने से व्यक्ति के मन से भय जाता रहता है और आत्मविश्वास एवं इच्छाशक्ति प्रबल हो जाती है।
8. साप्ताहिक पाठ करने से गृहकलेश दूर होता है और परिवार में खुशियां आती हैं। 9.नियमित पाठ करने से कर्ज और रोग से छुटकारा मिलता है।
10, हनुमानजी की भक्ति करने और नियमित सुंदरकाण्ड का पाठ करने से व्यक्ति जीवन के हर क्षेत्र में सफलता से आगे बढ़ता है।