
Amalaki Ekadashi 2025: पौराणिक महत्व रखने वाली आमलकी एकादशी, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। इसे आंवला एकादशी भी कहा जाता है।
धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की उपासना करने से साधक के भाग्य में अभूतपूर्व वृद्धि होती है। साथ ही सुख-समृद्धि एवं ऐश्वर्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है। माता लक्ष्मी की कृपा से आर्थिक स्थिति में सुधार आता है तथा समस्त संकट दूर हो जाते हैं।
Amalaki Ekadashi 2025: शुभ तिथि और योग
इस वर्ष आमलकी एकादशी 9 मार्च 2025 को प्रातः 7 बजकर 45 मिनट से प्रारंभ होकर 10 मार्च 2025 को प्रातः 7 बजकर 44 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार, व्रत 10 मार्च 2025 को रखा जाएगा।
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इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग प्रातः 6:36 मिनट से लेकर देर रात 12:51 मिनट तक रहेगा। साथ ही, इस दिन शोभन योग और पुष्य नक्षत्र का संयोग भी बन रहा है, जो इसे और अधिक शुभ एवं फलदायी बना देगा।
आमलकी एकादशी के विशेष उपाय:
1. आंवले के वृक्ष की पूजा
आमलकी एकादशी के दिन आंवले के वृक्ष का पूजन अत्यंत शुभ माना जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, इस दिन विधि-विधान से आंवले के वृक्ष की पूजा करने से धन-धान्य में वृद्धि होती है और जीवन में स्थायित्व आता है।
2. एकाक्षी नारियल का प्रयोग
इस शुभ तिथि पर भगवान विष्णु को एकाक्षी नारियल अर्पित करें और फिर इसे पीले वस्त्र में लपेटकर अपने घर की तिजोरी में रखें। ऐसी मान्यता है कि इससे व्यापार में उन्नति होती है, निवेश से लाभ प्राप्त होता है और नौकरी में तरक्की के योग बनते हैं।
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3. आंवले का सेवन
धार्मिक दृष्टि से इस दिन आंवले का सेवन अत्यंत लाभकारी माना गया है। मान्यता है कि इस दिन आंवले का सेवन करने से व्यक्ति के स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां समाप्त हो जाती हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है।
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4. तुलसी पत्र अर्पित करें
भगवान विष्णु की पूजा के दौरान उन्हें 11, 21 या 108 तुलसी पत्र अर्पित करें। मान्यता है कि इससे भगवान विष्णु शीघ्र प्रसन्न होते हैं और साधक की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
5. शंख में गंगाजल भरकर अभिषेक करें
आमलकी एकादशी के दिन शंख में गंगाजल भरकर भगवान विष्णु का अभिषेक करना अत्यंत पुण्यदायी माना गया है। इससे व्यक्ति के समस्त पापों का नाश होता है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।