Budhwar Vrat: बुधवार व्रत करने से मिलती है बुद्धि, व्यापार और धन में वृद्धि

सनातन धर्म में बुधवार का दिन भगवान गणेश और बुध देव को समर्पित है। इस दिन व्रत (Budhwar Vrat) रखने और विधिपूर्वक पूजा करने से बुद्धि, व्यापार और धन में वृद्धि होती है। मान्यता है कि बुधवार व्रत से बुध ग्रह से संबंधित दोषों का निवारण होता है, जिससे करियर में सफलता और जीवन में समृद्धि प्राप्त होती है। विशेष रूप से, जो लोग व्यापार से जुड़े होते हैं या शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं, उनके लिए यह व्रत अत्यंत लाभकारी माना जाता है।

साथ ही, कुंडली में यदि बुध ग्रह कमजोर हो तो यह व्रत करने से उसका प्रभाव सकारात्मक हो सकता है। यह व्रत न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि ज्योतिषीय रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यदि इसे विधिपूर्वक किया जाए, तो जीवन में आ रही अनेक परेशानियों का समाधान मिल सकता है और व्यक्ति को आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से लाभ प्राप्त होता है।

व्रत की महिमा

धार्मिक मान्यता के अनुसार, बुधवार व्रत से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को समृद्धि, बुद्धिमत्ता और सफलता का आशीर्वाद प्रदान करते हैं। यह व्रत जीवन में सुख-शांति बनाए रखने और बुध ग्रह से जुड़े दोषों को समाप्त करने में सहायक माना जाता है। कहा जाता है कि जो व्यक्ति श्रद्धा और नियम से इस व्रत को करता है, उसे व्यापार में तरक्की और मानसिक शांति प्राप्त होती है।

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बुधवार व्रत प्रारंभ करने की विधि

बुधवार व्रत (Budhwar Vrat) को किसी भी माह के शुक्ल पक्ष के पहले बुधवार से प्रारंभ किया जा सकता है। इसे 7, 11 या 21 बुधवार तक रखने का संकल्प लिया जाता है। जब निर्धारित संख्या में व्रत पूरे हो जाते हैं, तो अंतिम बुधवार को विशेष पूजा और दान करके व्रत का उद्यापन किया जाता है।

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पूजा की विधि

  1. स्नान और शुद्धिकरण:
    • प्रातः जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ हरे या पीले वस्त्र धारण करें।
    • पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।
  2. गणेश जी की स्थापना और अभिषेक:
    • पूजा स्थल पर गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें।
    • भगवान गणेश का पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल) से अभिषेक करें।
  3. श्रृंगार और भोग अर्पण:
    • भगवान गणेश को हरी दूर्वा, फूल, चंदन और मोदक अर्पित करें।
    • उन्हें हरा वस्त्र और हरे फल अर्पित करें, क्योंकि हरा रंग बुध ग्रह का प्रतीक माना जाता है।
  4. व्रत कथा और आरती:
    • बुधवार व्रत की कथा सुनें या पढ़ें।
    • फिर भगवान गणेश की आरती करें और उनसे जीवन में सफलता और समृद्धि का आशीर्वाद मांगे।
  5. दान और सेवा:
    • गाय को हरा चारा खिलाएं, यह विशेष रूप से शुभ माना जाता है।

बुधवार व्रत का लाभ

  1. बुद्धि और स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है।
  2. व्यापार और करियर में उन्नति मिलती है।
  3. बुध ग्रह से संबंधित दोषों का निवारण होता है।
  4. परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
  5. मानसिक शांति और एकाग्रता बढ़ती है।

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डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): ये लेख लोक मान्यताओं पर आधारित है। इस लेख में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए ज्योतिष सागर डॉट कॉम उत्तरदायी नहीं है।

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